मंगलवार को एक नारियल सवा मीटर लाल
वस्त्र में लपेटकर अपने ऊपर से साथ बार उतार कर हनुमान जी के चरणों में रख
दें। किसी भी प्रकार की बाधा, नज़र दोष,ज्वर होगा उतर जाएगा।
यदि
राहु की कोई समस्या है,तनाव बहुत है,क्रोध बहुत आ रहा,काम कुछ बन नहीं
रहा तो बुधवार की रात्रि को एक नारियल सर के पास रख कर सोये और अगले दिन
वह नारियल गणेश जी के मंदिर में कुछ दक्षिणा के साथ अर्पित कर दें तथा
विघ्नहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करें। सब अमंगल दूर होकर मंगल ही मंगल हो
जाएगा।
यदि आर्थिक समस्या से घिर गए है तो लगातार आठ
मंगलवार हनुमान जी के मंदिर एक नारियल ले कर जाये उसके सिंदूर से
स्वस्तिक बनाये हनुमान जी को अर्पित कर वहां बैठ कर ऋणमोचक मंगल स्तोत्र
का पाठ करे शीघ्र ही लाभ होगा।
यदि
कुंडली में शनि,मंगल,राहु,केतु शुभ स्थिति में नहीं है या इनकी अशुभ दशा
चल रही हो तो शनिवार को एक सुखा मेवे वाला नारियल लाये ऊपर एक छोटा सा मुख
बना कर उसके थोडा सा मेवा और चीनी का बुरा (शक्कर)भरकर किसी पीपल के पेड़
के नीचे एक गड्ढा खोद कर उसे दबा दें और वापिस चले आएं।
यदि
व्यापार में निरंतर हानि हो और रुकने का नाम न ले तो गुरूवार के दिन एक
नारियल ले कर सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटे,एक जोड़ा जनेऊ,सवा पाव पीले
मिष्ठान के साथ किसी विष्णु मंदिर में हानि रोकने के प्रार्थना व संकल्प के
साथ रख आएं। तत्काल हानि समाप्त हो कर लाभ प्रारंभ हो जाएगा।
यदि
धन का संचय नहीं है, परिवार की आर्थिक दशा को लेकर चिंता है तो शुक्रवार
के दिन मां लक्ष्मी के मंदिर जाएं माता के चरण में एक जटा वाला
नारियल,गुलाब या कमल के पुष्प अथवा माला,एक सवा-सवा मीटर गुलाबी और सफ़ेद
वस्त्र, सवा पांव,चावल,दही,सफ़ेद मिष्ठान,एक जोड़ा जनेऊ एक साथ मां को भेट
अर्पित कर माता की कपूर व देसी घी से आरती करें या करवाए तथा अपने मन की
व्यथा माता के समक्ष कहें,शीघ्र ही आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
यदि
आप किसी गंभीर आपत्ति विपत्ति में घिर गए हों और कोई मार्ग न दिखाई दे तो
दो नारियल और एक चुनरी,कपूर,अड़हुल के पुष्प की माला लेकर देवी दुर्गा के
मंदिर जाएं,एक नारियल चुनरी के साथ मां को अर्पित करें माला से मां का
श्रृंगार कराकर मां को कुछ मिष्ठान का भोग अर्पित कर कर्पुर से आरती करें
फिर एक बचे हुए नारियल को " हुं फट " के उच्चारण के साथ मां के समक्ष बलि
दे अर्थात नारियल तोड़ से। सभी बाधा आपसे दूर होगी।
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