यदि
आप निवेश करना चाहते हैं तो यहां ज्योतिष के अनुसार जानिए आपको किस क्षेत्र
में निवेश करना चाहिए और किस क्षेत्र निवेश नहीं करना चाहिए। निवेश यदि
राशि अनुसार किया जाए तो नुकसान की संभावनाएं काफी कम हो जाती हैं।
मेष- मेष राशि के स्वामी मंगल देव हैं। मंगल को पृथ्वी का पुत्र माना जाता है।
इसका रक्त वर्ण है। जमीन, मकान, खेती एवं उससे जुड़े उपकरणों, दवाइयों के
उपकरणों, वाहन विक्रय, खनिज, कोयला में निवेश करने वाले लोगों को मंगल बहुत
लाभ देता है।
इस राशि के लोगों को किसी भी प्रकार के जोखिम, केमिकल,
चमड़े, लोहे से संबंधित कार्य में निवेश करने से बचना चाहिए। जन्मपत्रिका
में मंगल-चंद्र की युति हो तो व्यक्ति अति धनवान होता है। पूर्व का निवेश
अटका हो तो हर मंगलवार के दिन हनुमानजी को सरसो के तेल का दीपक लगाना
चाहिए।
वृषभ- इस राशि का स्वामी शुक्र है। शुक्र चंचल ग्रह है तथा
चंद्रमा इस राशि में उच्च का होता है। इन लोगों को अनाज, कपड़ा, चांदी,
शकर, चावल, सौन्दर्य सामग्री, इत्र, दूध एवं दूध से बने पदार्थ, प्लास्टिक,
खाद्य तेल, ऑटो पार्टस, वाहन में लगने वाली सामग्री, कपड़े से संबंधीत
शेयर एवं रत्नों में निवेश करने से लाभ प्राप्त होता है।
जमीन, खनिज,
कोयला, रत्न, सोना, चांदी, स्टील, कोयला, शिक्षण संस्थान, चमड़ा, लकड़ी,
वाहन, आधुनिक यंत्र, औषधियों, विदेशी दवाइयों आदि में निवेश से बचना चाहिए।
पूर्व का निवेश अटका हो तो पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रह के निमित्त घी का
दीपक लगाना चाहिए।
मिथुन- इस राशि का स्वामी बुध है। बुध चंद्र को
अपना शत्रु मानता है। बुध व्यापार करने वाले लोगों को लाभ देने वाला ग्रह
है। इस राशि के जातकों को सोने में निवेश लाभदायी रहता है।
इसके अलावा
कागज, लकड़ी, पीतल, गेंहू, दालें, कपड़ा, स्टील, प्लास्टिक, तेल, सौन्दर्य
सामग्री, सीमेंट, खनिज पदार्थ, पशु, पूजन सामग्री, वाद्य यंत्र आदि का
व्यापार या इन चीजों से संबंधित निवेश लाभ देता है। चांदी, शकर, चावल, सुखे
मेवे, कांसा, लोहा, इलेक्ट्रॉनिक्स, जमीन, सीमेंट, इत्र, केबल तार, वाहन,
दवाइयों, पानी से संबंधीत पदार्थ में निवेश करने से बचने का प्रयास करें।
पूर्व का निवेश अटका हो तो सफेद वस्त्रों का दान करें।
कर्क- कर्क
राशि का स्वामी स्वयं चन्द्रमा है। इस राशि के लोग व्यवसाय के साथ नौकरी
में भी सफल होते हैं। इन लोगों को चांदी, चावल, शकर एवं कपड़ा उत्पाद करने
वाली कंपनियों के शेयर, प्लास्टिक, अनाज, लकड़ी, केबल, तार, फिल्मों, खाद्य
सामग्रियों, आधुनिक उपकरण, बच्चों के खिलोने, फायनेंस कंपनियों में निवेश
करना लाभदायी होता है।
वर्तमान में शेयर एवं वादा बाजार में निवेश से
बिल्कुल नहीं करें। जमीन, प्लाट, मकान, दुकान, तेल, सोना, पीतल, वाहन, दूध
से बने पदार्थ, पशु, रत्न, फर्टीलाइजर्स, सीमेंट, औषधियों एवं विदेशी दवाई
कंपनियों में निवेश सावधानी से करना चाहिए। पूर्व का निवेश अटका हो तो
श्रीगणेश को भोग लगाएं।
सिंह- इस राशि का स्वामी सूर्य चंद्रमा का
मित्र है। यह लोग स्वयं का कार्य या व्यापार में सफल होते हैं। सामान्यत:
इन लोगों को नौकरी पसंद नहीं होती है। इन्हें सोना, गेंहू, कपड़ा, औषधियों,
रत्नों, सौन्दर्य सामग्री, इत्र, सेंट, शेयर एवं जमीन जायदाद में निवेश से
लाभ होता है।
इन लोगों को तकनीकी उपकरण, वाहन, सौदंर्य सामग्री,
फिल्म्स, प्लास्टिक, केबल तार, इलेक्ट्रॉनिक्स, कागज, खाद्य पदार्थ, लकड़ी
एवं उससे बने उपकरण, सेना में सप्लाई करने में भी यह लाभ प्राप्त होता है।
इस राशि के जातकों को किसी भी निवेश लाभ-हानि बराबर होती है। पूर्णत: हानि
से यह सदैव बचे रहते हैं। पूर्व का निवेश अटका हो तो हनुमानजी को चमेली के
तेल का दीपक लगाएं।
कन्या- इस राशि का स्वामी बुध है। जो चंद्रमा
से शत्रुता रखता है। इन लोगों को शिक्षण संस्थान, सोना, औषधियों, केमिकल,
फर्टीलाइजर्स, चमड़े से बने सामान, खेती, खेती के उपकरणों के कार्य करने
में सफलता प्राप्त होती है। इन चीजों में निवेश भी लाभदायी होता हैं।
जमीन, चांदी, सीमेंट, ट्रांसपोर्ट, मशीनों का सामान, पशु एवं जल से जुड़े
कार्यों में निवेश से बचना चाहिए। वर्तमान समय में शनि का अंतिम ढैय्या
होने से शेयर एवं वादा बाजार में अच्छी सलाह के बाद ही निवेश करें। पूर्व
में कोई निवेश उलझा हो तो श्रीगणेश को लड्डू का भोग लगाएं।
तुला-
इस राशि का स्वामी शुक्र होता है। शनि इस राशि में उच्च का होता है और इस
समय शनि तुला में ही है। इस राशि के लोगों को लौहा, सीमेंट, स्टील,
दवाइयों, केमिकल, चमड़े, फर्टीलाइजर्स, कपड़ा, तार, इस्पात, कोयला, रत्नों,
प्लास्टिक, आधुनिक यंत्रों (कंप्यूटर, कैमरे, टेलीविजन आदि बनाने वाली
कंपनी) तेल में निवेश करने से उत्तम लाभ होता है।
जमीन, मकान, खेती,
खेती संबंधी उपकरण, वस्त्र, में निवेश करने से बचें। वर्तमान समय में शनि
की साढ़ेसाती होने से शेयर एवं वादा बाजार में निवेश नहीं करें। पूर्व में
निवेश अटका हो तो सूर्य को दूध अर्पण करें।
वृश्चिक- इस राशि का
स्वामी मंगल है। चंद्रमा इस राशि में नीच का होता हैं। मेष राशि की ही तरह
इस राशि वालों को जमीन, मकान, दुकान, खेती, सीमेंट, रत्नों, खनिजों, खेती
एवं मेडिकल के उपकरण, पूजन सामग्री, कागज, वस्त्र में निवेश से लाभ होता
है।
आपकी कुंडली में यदि चंद्रमा पर शनि की नजर हो तो तेल, केमिकल एवं
तरल पदार्थों में निवेश करने से बचें। वर्तमान समय में शनि की साढ़ेसाती
होने से शेयर, केमिकल, लौहा, चमड़ा, सोना, चांदी, स्टील, लकड़ी, सौंदर्य
सामग्री, लौहे के उपकरण, तेल में निवेश बिल्कुल नहीं करें। पूर्व में निवेश
अटका हो तो मंगलवार के दिन किसी चौराहे पर तेल डालें।
धनु- इस
राशि के स्वामी गुरु ग्रह हैं। गुरु व्यापारियों को लाभ देने वाला ग्रह है।
विशेषकर सोने एवं अनाज का व्यापार करने वालों के लिए। इस राशि के लोगों को
निवेश के लिए भी इन्हीं वस्तुओं पर ध्यान देना चाहिए। आभूषणों, रत्नों,
सोना, अनाज, कपास, चांदी, शकर, चावल, औषधियों, सौंदर्य सामग्री, दूध से बने
पदार्थ, पशुओं का व्यापार करने एवं उसमें निवेश करने से लाभ होता है।
तेल, केमिकल, खनिज, खदान, कोयला, खाद्य तेल, किराना व्यापार, केबल तार,
शीशा, लकड़ी, जमीन, मकान, सीमेंट, लौहे के व्यापार या उसमें निवेश करने से
हानि होने की संभावनाएं बनती हैं। पूर्व का निवेश अटका हो तो सरसों का तेल
दान करें।
मकर- इस राशि का स्वामी शनि है। शनि चंद्र से शत्रुता
रखता है। इस राशि के लोगों को लोहा, इस्पात, केबल, तेल सभी प्रकार के,
खाद्य सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, यंत्र, खनिज पदार्थ, खेती उपकरण,
वाहन, चिकित्सा के उपकरण, वस्त्र, इत्र, सेंट, स्टील, सौन्दर्य सामग्री,
ग्लेमर वर्ल्ड, फिल्म्स, नाटकों आदि में निवेश करने से लाभ होता है।
जमीन, मकान, सीमेंट, सोना, चांदी, रत्न, पीतल, अनाज, वस्त्र, शेयर आदि में
निवेश से बचना चाहिए। पूर्व का निवेश अटका हो तो इमली का दान करें।
कुंभ- इस राशि का स्वामी भी शनि ही है तथा मकर की तरह ही इसके बारे में
समझना चाहिए। इस राशि के लोगों को लोहा, इस्पात, केबल, तेल सभी प्रकार के
खाद्य सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, यंत्र, खनिज पदार्थ, खेती उपकरण,
वाहन, मेडिकल के उपकरण, वस्त्र, इत्र, सेंट, स्टील, सौन्दर्य सामग्री,
ग्लेमर वल्र्ड, फिल्म्स, नाटकों आदि में निवेश करने से लाभ होता है।
जमीन, मकान, सीमेंट, सोना, चांदी, रत्न, पीतल, अनाज, वस्त्र, शेयर आदि में
निवेश से बचना चाहिए। पूर्व का निवेश अटका हो तो अदरक का दान करें।
मीन- इस राशि का स्वामी गुरु है। गुरु चंद्र का मित्र है। किसी भी प्रकार
के निवेश से इन्हें बचना चाहिए। विशेषकर शेयर एवं वादा बाजार में। इनके
निवेश के लिए आभूषणों, रत्नों, सोना, अनाज, कपास, चांदी, शकर, चावल,
औषधियों, सौंदर्य सामग्री, दूध से बने पदार्थ, पशुओं का व्यापार करने एवं
इन चीजों में निवेश करने से लाभ होता है।
तेल, केमिकल, खनिज, खदान,
कोयला, खाद्य तेल, किराना व्यापार, केबल तार, शीशा, लकड़ी, जमीन, मकान,
सीमेंट, लौहे के व्यापार या उसमें निवेश करने से हानि होने की संभावनाएं
बनती हैं। पूर्व का निवेश अटका हो तो दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
thank a lot........
ReplyDeletecan you make a detailed prediction for me by my birth detail
Namaste Ji bahut. Achhi. Jankari
ReplyDeleteवृषभ- इस राशि का स्वामी शुक्र है। शुक्र चंचल ग्रह है तथा चंद्रमा इस राशि में उच्च का होता है। इन लोगों को अनाज, कपड़ा, चांदी, शकर, चावल, सौन्दर्य सामग्री, इत्र, दूध एवं दूध से बने पदार्थ, प्लास्टिक, खाद्य तेल, ऑटो पार्टस, वाहन में लगने वाली सामग्री, कपड़े से संबंधीत शेयर एवं रत्नों में निवेश करने से लाभ प्राप्त होता है।
ReplyDeleteजमीन, खनिज, कोयला, रत्न, सोना, चांदी, स्टील, कोयला, शिक्षण संस्थान, चमड़ा, लकड़ी, वाहन, आधुनिक यंत्र, औषधियों, विदेशी दवाइयों आदि में निवेश से बचना चाहिए। पूर्व का निवेश अटका हो तो पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रह के निमित्त घी का दीपक लगाना चाहिए।
chandi dono me hai ....?
Sir me बड़ी गाड़ी खरीदना चाहता हूं lpd 407 वह शुभ होगी या नहीं मेरा कांटेक्ट नंबर 8224927502
ReplyDeleteरिप्लाई जरूर कीजिएगा
Bussins
ReplyDeleteBussins
ReplyDeleteMera brichhik rasi h kya mai wahan car se labh kama sakta hu
ReplyDeleteSir ji mai anaj ka kam karta hu mai Nissan mai rahane hu
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