– हमेशा सच बोलें। कोर्ट या कचहरी में झूठी गवाही न दें।
– दूसरों की निंदा न करें। खुदगर्ज न बनें।
– माता-पिता का यथोचित आदर करें और उनके आज्ञाकारी रहें।
– तीर्थयात्रा अवश्य करें।
– गाय के बछड़े को स्नेह से पालें।
– पूरियां घी में तलकर गरीबों को खिलाएं।
– शनि विपरीत चल रहा हो तो सफेद वस्त्र में काले तिल बांधकर पानी में प्रवाहित करें। तिल-गुड़ की बनी रेवड़ियां बांटें।
— सोते समय सिरहाने दूध से भरा बर्तन रखें। प्रातः उठकर बिना किसी से कुछ बोले वह दूध बरगद के पेड़ में डालें।
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